मंगलवार, 15 जनवरी 2008

सिलीगुडी में काम शुरू..

प्रभात खबर में पोस्टिंग तो हो गयी.नया जोश था .नयी उम्मीद भी.प्रभात खबर में काम करने से जरुर एक हासिल हो जाती है कि आप हर काम में एक्सपर्ट बन जाते है.सिलीगुरी पश्चिम बंगाल का कोलकता के बाद सबसे बाद शहर है.हिन्दी भाषी लोगों के तादाद भी काफी है.तय हुवा कि कोलकता एडिशन दुपहर कि प्लेन से सिलीगुरी आयेगा.इसी बिच के के गौएंका से मुलाक़ात हुई.मुलाकात में उनका फेन बन गया। सीधी सपाट बात .काम में गहरी पैठ.पर सबसे ज्यादा जो बात मन में बैठ गयी वह थी उनकी सिम्प्लिसिटी. तुरंत प्रसार कि लिए देबशिस ठाकुर को सिलीगुरी भेजा गया.पहला काम था मार्केट फीडबैक था एजेंट को तय करना.तब तक हल्ला हो गया था कि प्रभात खबर कोलाता में एडिशन लॉन्च कर रहा है.कई लोग एजेंट बनने के लिया कतार में थे.इनमे दामोदर कर्मकार भी थे.तय हुवा कि दामोदर कर्मकार को एजेंसी दी जायेगी.

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