गुरुवार, 17 जनवरी 2008

अब सिलीगुडी से प्रभात खबर.

पांच साल तक लगातार इस बात पर चर्चा होती रही कि सिलीगुडी से प्रभात खबर का प्रकाशन हो . लगातार प्रयास के बाद भी कुछ नही हुआ.दिसम्बर २००५ में प्रभात खबर के वाइस प्रेसिडेंट कमल गोनेंका जी आपने निजी कार्य से सिलीगुडी आये। स्टेशन से शहर में आते समय कार में ही उन्होने कहा बाद तेज़ी से बढता शहर है.यहाँ तो प्रभात खबर का एडिशन होना चाहिऐ.गोनेका जी ने दर्पण पब्लिकाशन्स के संदीप चौधरी से मुलाकात कि। दर्पण कि आधुनिक प्रिंटिंग प्रेस है जहाँ से कई बडे बडे न्यूज़ पेपर प्रिंट होते है.इसी बातचीत में प्रभात खबर के प्रकाशन कि योजना बनी.गोनेका जी ने इस बारे में हरिवंश जी तथा कोलकता में राकेश सिन्हा जी से बातचीत कि.तुरंत न्यू प्रोजेक्ट्स के मेनेजर निर्भय सिन्हा को सिलीगुडी भेजा गया.निर्भय जी ने सिलीगुडी आ कर पुरा सर्वे किया.निर्भय जी को शहर काफी पसंद आया.उनकी रिपोर्ट के आधार पर मुझे कोलकता बुलाया गया.उषा मार्टिन के गेस्ट होउस में मीटिंग हुई.इसी मीटिंग में पहली बार हरिवंश जी से मुलाक़ात हुई.पहली मुलाक़ात में हरिवंश जी ने इतना स्नेह दिया कि ज़िंदगी भर नही भूल पहुँगा.मीटिंग में तय हुवा कि तुरंत काम शुरू कर देना है.प्रभात खबर का सिलीगुरी एडिशन मार्च २००६ में सिलीगुडी से प्रकाशित होगा.मैंने अकेले ही काम शुरू कर दिया.सेवोके रोड के सिटी प्लाजा बिल्डिंग में ऑफिस ली गयी.पूजन हुवा.तब लगता था कि इतना बड़ा काम कैसे पुरा होगा.

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